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    आज में तुझसे प्यार करना चाहता हू  
   
Writter:- सोनू शर्मा  
Type:- कविता   Date:- 2/14/2015
Description:- हमारे देश मे प्रेम की रीत भगवान श्री कृष्ण जी ने चलायी। और मीरा जी ने उस प्रेम की रीत निभाई। कहते इस प्रेम को समझना भी उतना ही मुशकिल है जितना श्री कृष्ण जी को समझना है। क्यूकी प्रेम के रंग भी तो अनेक है। इन पंक्तियो मे भी प्रेम के रंगों को बिखेरने का प्रयास किया गया है। शायद आपको ये रंग भी बहुत पसंद आये ध्रन्यवाद।
 
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  वेलेनटाईन डे की आप सभी दोस्तो को हमारी वेब साईट की ओर से और मेरी ओर से ढेरो बधाई। मैं उन लोगो की तरफ भी हू जो ये कहते है की वेंलेनटाईन डे नहीं होना चहिए क्यूकी मुझे लगता है की प्यार का कोई एक दिन होना गलत है इनसान को तो हर दिन प्यार करना चाहीए। और मैं उन के साथ भी हू जो वेलेनटाईन डे को सही समझते है। क्यूकी जो भी हो जैसा भी हो हम सब एक दिन प्यार को तो देते है वरना आज के समय मे लोगो के पास अपनी लड़ार्इ झगड़े से ही फुर्शत कहा है जो प्यार का समय मिले उन्हें।

चलिए सभी बातो को विराम देते है और आज के विशेष दिन पर आपके लिए एक कवीता प्रस्तुत है। हम ये ही चाहते है की हम दुनीया मे कही भी रहे कुछ भी करे पर लोग हमे इनसान ही कहें। क्यूकी एक दूसरे के प्रती प्यार ही हमें इनसान बनाता है। हमारी ओर से आप सभी प्यार करने वालो को ढेरो शुभकामनऍ।



जब मिला ही दिया खुदा ने हमें
तो आज में ये इजहार करना चहता हू।


अगार तू सह सके इल्जाम
तो आज तूझे बदनाम करना चहता हू।


तूने किया है आने का वादा कभी
तो आज में तेरा इंतजार करना चाहता हू।


बहूत लोग है तुझे छीन्ने वाले
तो आज में सभी से इन्कार करना चाहता हू।


बहूत सताती है मुझे तेरी यादें
तो आज में खुद पे ऐहसान करना चाहता हू।


तूने कहा था तु मेरी है
तो आज में तुझपे ऐतबार करना चाहता हू।


बहूत बाते करती है तेरी ये पलकें
तो आज मे दिल की हर बात कहना चाहता हू।


देखा है तुझे मुस्कराते बहुत
तो आज मे तेरा शरमाना देखना चहता हू।


शीकायत है मुझसे ना मिल पाने की
तो आज मे तेरा फिर साथ निभाना चाहता हू।


जो हटे दुनिया की नजर तुझ से
तो आज मे तुझसे प्यार करना चाहता हू।
 
 

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