हमारा प्रयास है की हम आपके लिए हिंदी की रोचक और ज्ञान प्रदत कहानी लाते रहे। हम पूर्ण प्रयासरत है इसके लिए। हमारा आप से ये ही अनुराध है कि आप आपना प्यार और स्नेह यू ही बनाये रखे। धन्यवाद ...
(1)
 | Story Name:-तुम बहुत खूबसूरत तो नहीं हो Author:-सोनू जी Cotegory:-कविता
Description:-प्रस्तुत पंक्तियों में कवि द्वारा प्रेम को बहुत ही अलग तरीके से व्यक्त किया गया है। पंक्तियों में प्रेम को हासिल करने पर जोर नहीं दिया गया है। बल्कि बिना एक दूसरे को कुछ भी बताये सब कुछ समझने लेने वाली बात कही है। जिसे समझना आसान तो नहीं है पर प्रेम महसूस करना भी बहुत बड़ी बात है। अब आप बताये की कविता अपने काम में सफल होती है या नहीं,,,,,,,,।।
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(2)
 | Story Name:-शरद की रात ... Author:-मनीष पाण्डे Cotegory:-कविता
Description:-प्रस्तुत् पंक्तियों में कवी ने प्रकृति के माध्यम से प्रेम को व्यक्त करने के प्रयास किया है। देखा जाय तो प्रेम और प्रकृति एक दूसरे से जुड़े हुए है। जिसके हृदय में प्रेम होता है सही मायने में वो ही प्रकृति को समझने का प्रयास कर सकता है। हमारे आस पास का वातावरण हमें आपस में प्रेम करना ही सिखाता है।
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(3)
 | Story Name:-मैं खुद में जोड़ लेना चाहता हूँ ... Author:-मनीष पाण्डेय Cotegory:-कविता
Description:-प्रस्तुत पंक्तियों में कवी द्वारा अपने प्रेम को बहुत खूबसूरत तरीके से एक अलग अंदाज में प्रकट करने का प्रयास किया है। अपने प्रियसी को अपने दिल की बात को समझाने का और उसके प्रती अपने आपार प्रेम को व्यक्त किया है।
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(4)
 | Story Name:-दीवाली मुबारक Author:-मनिष पाण्डेय Cotegory:-कविता
Description:-दीवाली का त्यौहार हम सभी के जीवन में अपना महत्व रखता है। हमारा पूरा बच्चपन दिवाली के इन्तजार में ही गुजरता था। इस कवीता मे कवी ने दीवाली के त्यौहार को दिनों दिन आधुनिक होते जाने पर तंज कसते हुए अपने बच्चपन की प्यारी दीवाली को चित्रित करने का प्रयास किया है।
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(5)
 | Story Name:-मैं तुम्हारे लिए...(प्रेम-गीत) Author:-मनिष पाण्डेय Cotegory:-कविता
Description:-अपनी प्रस्तुत रचना मे कवी ने गीत के माध्यम से अपनी प्रीय को रिझाने का प्रयास किया है। प्रेम तो खुद में ही इतना खूबसूरत होता है कि उस पर कुछ भी लिखा जाय तो वो खुद ही खूबसूरत हो जाता है। परतुं इन पंक्तियों में कवी ने अपनी प्रीय की तुलनात्मक व्याख्या से इस प्रेम गीत को और भी खूबसूरत बना दिया है।
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(6)
 | Story Name:-यह कैसी तलाक..... Author:-संजीव शेखर जी Cotegory:-कविता
Description:-प्रारंभ से हीं तलाक के अधिकतर फैसले समाज की कुरीतियों, अंधविश्वासों, रुढ़ी परंपरावादी सोच आदि की उपज रहा है आज भी अधिक्तर फैसले इसी से प्रभावित हो कर लिए जा रहे हैं।
वर्तमान में इसके प्रयोग से हमारे समाज की धूरी( महिलाऔ) में असंतोष, क्षुब्दा व घुटन जैसी स्थिति पैदा हो रही है, दूसरी तरफ दूसरा पक्ष(पुरुष) इसे अपना मौलिक व धार्मिक अधिकार बताते नहीं थक रहे। हमारा यह लेख भी ऐसी ही एक महिला साज़िया पर आधारित है।
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(7)
 | Story Name:-मिरी साँसें हैं महकती ... Author:-मनीष पाण्डेय Cotegory:-कविता
Description:-प्रस्तुत पंक्तियों में मन में उठने वाले भाव को बहुत खूबशूरती से व्यक्त करने का प्रयास किया है। प्रेम की भावना को उचित शब्दो के साथ व्यक्त कर पाना इतना सहज कार्य नहीं है। प्रस्तुत पंक्तियों में अपने साधारण जीवन के दैनिक कार्यों से प्रेम के भाव को उत्पन्न करना कवि की विशेषता है।
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(8)
 | Story Name:-ह्दय और शुद्धता Author:-मोहित कुमार Cotegory:-कविता
Description:-पृस्तुत कवीता में कवी ने हृदय की शुद्धता को महत्व दिया है। और हम सभी को अपने हृदय को शुद्ध रखने के लिए प्रेरित किया है। शुद्ध और निर्मल हृदय वाला व्यक्ति ही वस्तव में सुन्दर है। शारीरिक सुन्दरता के मोल से ज्यादा चरित्र की सुन्दरता मायने रखती है। कवी ने बहुत खूबसूरती से अपनी बात रखी है।...
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 | Story Name:-कर्म-पथ Author:-मोहित कुमार Cotegory:-कविता
Description:-हम सभी का जन्म कर्म करने के लिए ही हुआ है। और ये जीवन एक कर्म-पथ है। हमारी यह कविता हम सभी को अपने कर्म को निरंतर करते रहने के लिए प्रेरित करती है। जीवन में कभी भी निराशावान नहीं होना चाहिए बल्कि धैर्य के साथ कर्म करते रहना चाहिए। कवि ने बहुत अच्छी तरह से शब्दो का प्रयोग कर लोगो को जीवन से आशावान रहने का संदेश दिया है। उमीद है आप सभी को ये रचना बेहद पसंद आयेगी।
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 | Story Name:-सेरोगेट मदर.... Author:-संजीव शेखर Cotegory:-सामान्य कहानी
Description:-संतान प्राप्त करने लिए "सेरोगेट मदर " का सहारा, एक कानूनी प्रक्रिया के तहत कानूनी संरक्षण में सिर्फ प्राकृतिक रूप से जरूरत मंदों को ही लेने की व्यवस्था देश में होनी चाहिए। कानूनी व्यवस्था के आभाव में लोग अमानवीय सौख को पैसे के बूते पर पूरा करना अपनी शान समझते हैं और इन कुकृत्यों पर इनके जैसे सोच रखने-वाले इन्हे बधाई देते हैं। यह समाज हमारा है और इसमे हम ही सुधार ला सकते है। जिसके लिए किसी क्रान्ती की जरूरत नही है बस हम सब को अपनी सोच बदलने की जरूरत है।
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 | Story Name:-मेरा प्रेम गीत.... Author:-मनीष पाण्डेय Cotegory:-कविता
Description:-हम सभी के जीवन में प्रेम का एक विषेश महत्व होता है। और गीत एक अच्छा माध्यम है प्रेम को व्यक्त करने का। हमारी इस रचना के माध्यम से गीत के रूप में प्रेम को सीधे और सरल शब्दों में व्यक्त करने का प्रयास किया है। जीवन के हर मोड़ पर प्रेम हमे जीवन के प्रती लगाव और जीने की हिम्मत प्रदान करता है। हम सभी को निश्छल-प्रेम का सम्मान करना चाहिए। और समाज को प्रेम और भाई-चारा से रहने का संदेश देना चाहिए।
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 | Story Name:-मेरी पहली नज्म और गीत.... Author:-मनीष पाण्डेय Cotegory:-कविता
Description:-प्रेम हम सभी के जीवन मे विशेष महत्व रखता है। प्रेम व्यक्त करने के लिए हम गीत और कविताओ का प्रयोग करते है। प्रस्तुत नज्म और गीत के माध्यम से प्रेम और प्रेमी का खूबशूरत वर्णन करने का प्रयास किया गया है। प्रेम हमे हमारी भावनाओ से जोड़ कर हमें संवेदनशील बनाता है।
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 | Story Name:-आओ मिलकर हम सब मतदान करेंगे... Author:-मनीष पाण्डेय Cotegory:-कविता
Description:-प्रजातंत्र में सब कुछ जनता द्वारा ही चुना जाता है। जनतंत्र स्वस्थ तभी कहलाता है, जब किसी कार्य में अधिक से अधिक लोगो की भागीदारी होती है। सजग प्रजा ही एक अच्छे राष्ट्र का निर्माण करती है। इस रचना के माध्यम से कवी ने भी अपने सभी देशवाशीयों को अपने मत का आधिकार का उपयोग करने के लिए प्रेरित करने का प्रयास किया है। हम सभी को मत दान के लिए समय निकालना होगा। मतदान करना हम सभी के लिए जरूरी भी है और जिम्मेदारी भी।
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 | Story Name:-मैंने कभी भी... Author:-मनीष पाण्डेय जी... Cotegory:-कविता
Description:-सामाज मे हो रहे महिलाओ के प्रती दुर-व्यवहार हमारे समाज पर कलंक है। किसी के भी द्वारा किये गये एक छोटी सी अभद्र टिपणी किसी महिला के कोमल हृदय पर कितना बड़ा आघात कर सकती है, इस बात का सदैव हमें विचार रखना चाहिए। हमारी इस रचना में कवी द्वारा अपने जीवन की कुछ घटनाओं के वर्णन के माध्यम से ये समझाने का प्रयास किया है कि हमें हमारे द्वारा किये गये किसी भी मजाक या टिप्णी को वही तक सीमीत रखना चाहिए जब तक उस मजाक या टिपणी से किसी के भी कोमल हृदय को अघात न पहुचे।
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 | Story Name:-मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूँ…. Author:-मनीष पाण्डेय जी Cotegory:-कविता
Description:-हर व्यकित के जीवन में एक बार प्रेम जरूर आता है। सभी का प्रेम व्यक्त करने का तरिका भी अलग अलग होता है। किसी के लिए अपने प्यार को पा लेना ही प्रेम है तो किसी के लिए अपने दिल में प्रेमी को बसा लेना ही प्रेम है। त्याग, बलीदान और समर्पण प्रेम के अलग-अलग रूप है। हमारी इस रचना मैं कवी ने अपने प्रेम को भी कुछ अलग तरह से व्यक्त करने का प्रयास किया है।
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